आखिर बी. टी. आर. में कौन है वसूली मैन दिनेश द्विवेदी

                                      आखिर बी. टी. आर. में कौन है वसूली मैन दिनेश द्विवेदी

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र संचालक कार्यालय में पदस्थ स्थाई कर्मी पर्यटन शाखा सहायक रीडर के वसूली एक्सपर्ट का ऑडियो हुआ वायरल, जानिए कौन से काम के बदले कितने और कैसे वसूले जाते कार्यालय में पैसे ही नहीं  सूत्रों द्वारा वायरल ऑडियो में यह भी बताया गया की सबसे बड़ी बात  यह है की  संबंधित  बाबू व अन्य  लोगो  खिलाफ कई बार शिकायत की गई  जिस पर वर्तमान  उप संचालक द्वारा मुख्यालय में  कई  साल से एक ही  शाखा  में  जमे  कई  बाबूओ  का स्थान्तरण   किया गया  किन्तु  सेटिंग के बल पर विभाग में धाक जमा कर रखने वाले  दिवेदी बाबू  का  स्थांतरण और  शिकायत  संबंधित कोई  भी  कार्यवाही  नही की गई  , विभागीय  सूत्रों  के जानकारी  प्राप्त  अनुसार  विगत कई  सालों से   पदस्थ  स्थाई कर्मी पर्यटन शाखा सहायक रीडर  दिवेदी क्षेत्र संचालक व डिप्टी डायरेक्टर साहब के  खासम खास है 

अफसरो के चहेते बाबू का कारनामा हुआ उजागर
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व उमरिया के मुख्यालय में पर्यटन शाखा में स्थाई कर्मी दिनेश द्विवेदी जो पर्यटन  रीडर  सहायक पद पर पदस्थ है जो  कार्यालय में साहब के खासम खास कहे जाने वाले बाबू का काम कराने का अंदाज निराला हैं और पैसे लेने के पहले और पैसे लेने के बाद  अलग तरीके से काम करता है। इतना ही नहीं कुछ खास लोगों के काम सभी नियमों को दर किनार कर  कराया जाता  है
इसी अंदाज में काम करने वाले द्विवेदी बाबू   द्वारा  , ऑफिस में किए जा रहे काले कारनामे  की पोल  का ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें द्विवेदी बाबू के साथ टाईगर रिजर्व मुख्यालय में पदस्थ कर्मचारियों द्वारा ही दिनेश दिवेदी द्वारा रिश्वत मांगने व लेने का मामला उजागर किया जा रहा है जो जिले में काफी वायरल हो रहा है जिसमें उसके काम करने का तरीका और कार्यशैली साफ-साफ झलक रही है। काम कराने के नाम पर कार्यालय के अंदर भी और कार्यालय के बाहर भी खुलेआम पैसा लेने से भी नहीं डर रहा है। अब बाबू के करनामे के ऑडियो  ऑफिसों में  से  वायरल  होते हुए मीडिया तक पहुंची है आपको बता दे कि बी .टी. आर कार्यालय में तैनात फील्ड में कार्य करने वाले स्थाई कर्मी दिनेश द्विवेदी बाबू के पद पर कई सालों से जमे हुए है और अपनी सेटिंग से साहब से भी खास बने रहते हैं।  और  संरक्षित  क्षेत्र  में   फूल्डे  बुकिंग  टिकट  का  काम   के पेमेंट कराने के नाम पर खुलेआम वसूली करते हैं, जिसका नमूना ऑडियो के माध्यम से सुनने को मिला है की जब तक दो  से  तीन हजार  रूपए बाबू जी को नही दिए जाते तब तक बुकिंग नही मिलती है  और पर्यटन  कार्य  संबंधित  चेक काटने का भी भुगतान  प्रतिशत  में लिया जाता है   वायरल ऑडियो में उमरिया टाइगर रिजर्व कार्यालय में तैनात बाबू यहां कार्यालय में बैठकर काम कराने के नाम पर जहां खुलेआम पैसा ले रहे हैं वहीं कार्यालय के बाहर भी  किसी न किसी  तरीके से रुपया लेने का काम कर रहा है।यही नहीं इस ऑडियो में बी. टी. आर. के संरक्षित क्षेत्र में निर्धारित फूलडे सफारी को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित वाहन  पार्क प्रवेश  क्षमता  को दर किनार कर   निर्धारित    क्षमता   के ऊपर बाबू द्वारा बुकिंग कर वाहनों को प्रवेश कराने दावा भी किया जा रहा है जो सर्वोच्न्यालय   के आदेश का उलंघन  है । जो हैरान कर देने वाली सबसे बड़ी बात है की उपरोक्त बाबू के द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना की गई है उपरोक्त बाबू के खिलाफ  कई लोगो के   द्वारा  कई  बार शिकायत की गई लेकिन सेटिंग के बल पर विभाग में धाक जमा कर रहने वाले बाबू के खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
द्विवेदी के वश में अधिकारी
उमरिया क्षेत्र संचालक टाइगर रिजर्व कार्यालय के बारे में कहा जाता है कि यहां के जो साहब होते है केवल दस्तखत करते हैं और वसूली की जिम्मेदारी बाबू द्धिवेदी जी ही किया करते हैं। जो संबंधित अधिकारी को पता ही भी नही चल पाता है यही नहीं वसूली के लिए मौके पर चौके लगाने में  द्विवेदी बाबू  बहुत ही माहिर  है  देखा  गया है की  जब कोई अफसर रिटायर होने वाला होता है या स्थांतरण  होने वाला होता है  तो कुछ संदिग्ध मामलों को फाइलों में नियम विरुद्ध तरीके से पत्र को  दबाकर हस्ताक्षर बनवा लिए जाते हैं और संबंधित पक्षकारों को बिना आवक जावक कार्यालय में पहुंचे बिना ही डाक पहले ही पक्षकारों को उपलब्ध करा दी जाती है जिससे जिला के मुख्यालय अधिकारी कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है फिलहाल तथाकथित बाबू के द्वारा ऐसे किया जा रहे हैं काले कारनामों की ऑडियो कुछ लोगों के द्वारा प्रधान मुख्य वन  संरक्षक वन्य प्राणी भोपाल व प्रमुख सचिव वन विभाग को भेजने की तैयारी की जा चुकी है अब देखना होगा की क्या द्विवेदी बाबू टाइगर रिजर्व उमरिया मुख्यालय में ही भारी पड़ते हैं या  अपने रसूख के बल पर मध्य प्रदेश टाइगर रिजर्व मुख्यालय भोपाल में भी उपरोक्त कारनामों को दबाने में सक्षम व भारी पड़ते हैं

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *